Farah Khan and Sajid Khan with mother Menaka IraniFarah+and+Sajid+Khan+with+Mother+Menka+Irani

मेनका ईरानी का संक्षिप्त जीवन

फराह खान और साजिद खान के साथ-साथ भारतीय फिल्म जगत में अपनी अनूठी पहचान बनाने वाली मेनका ईरानी का 79 वर्ष की आयु में निधन हो गया है। उन्हें एक समर्थ और प्रेरक व्यक्तित्व के रूप में जाना जाता था, जिनकी जीवन यात्रा विभिन्न पहलुओं से भरपूर थी।

मेनका ईरानी का संक्षिप्त जीवन परिचय

मेनका ईरानी बहुत ही प्रभावशाली व्यक्तित्व की मालिक थीं, जिनका जन्म एक प्रतिष्ठित ईरानी परिवार में हुआ था। वह डेजी ईरानी और हनी ईरानी की बहन थीं, जो खुद भी फिल्म उद्योग में अपना नाम रखती हैं। इस तरह, फिल्मी जगत के प्रति उनका लगाव बचपन से ही था।

Farah Khan and Menaka Irani
Farah Khan ( Right )and Menaka Irani ( Left)

फराह खान और साजिद खान के साथ उनका संबंध

मेनका ईरानी फराह खान और साजिद खान की मां थीं, जो कि भारतीय फिल्म जगत के दो चमकते सितारों हैं। फराह एक प्रसिद्ध नृत्य निर्देशक, फिल्म निर्देशक और निर्माता हैं, जबकि साजिद खान भी एक प्रतिष्ठित फिल्म निर्देशक और टेलीविजन प्रस्तुतकर्ता हैं। मेनका ईरानी ने अपने बच्चों को उनकी आकांक्षाओं को पूरा करने में हर मुमकिन मदद की।

डेजी ईरानी और हनी ईरानी के साथ जन्मसिद्धी सदस्यता

उनकी जन्मसिद्धी सदस्यता में डेजी और हनी ईरानी शामिल थी, जो खुद बाल कलाकार के रूप में फिल्म उद्योग में सक्रिय थीं। इसके कारण, मेनका ईरानी की जीवनी में सिनेमा की मजबूत प्रभाव था।

मेनका ईरानी का फिल्म इंडस्ट्री में योगदान

भले ही मेनका ईरानी स्वयं फिल्मी दुनिया में अपने योगदान के लिए मशहूर ना हो, लेकिन उन्होंने अपनी संतानों को फिल्म उद्योग में उचित मार्गदर्शन और प्रेरणा प्रदान की। उनकी इस मदद के बिना, फराह और साजिद का फिल्म जगत में यह स्थान संभव नहीं हो पाता।

उनके निधन का समय और कारण

मेनका ईरानी का देहांत 79 वर्ष की आयु में हुआ। हालांकि, उनके निधन का स्पष्ट कारण सामने नहीं आया था, उनके जाने से उनके परिवार और पूरी फिल्म इंडस्ट्री में शोक की लहर फैल गई।

परिवार और फिल्म इंडस्ट्री की प्रतिक्रिया

मेनका ईरानी के निधन पर परिवार और फिल्म इंडस्ट्री ने गहरा शोक व्यक्त किया। उन्होंने सामाजिक मीडिया पर अपने संवेदना संदेशों और योगदान को याद करते हुए उनकी योगदानों की सराहना की।

मेनका ईरानी का जीवन उनके परिवार और अनुयायियों के लिए प्रेरणा बना रहेगा, जिसमें उनका लगाव और योगदान हमेशा याद किया जाएगा। उनकी विरासत, उनकी संतानों के माध्यम से, उनकी कला और उनके सपनों के साथ जीवित रहेगी।

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